क्या आपने कभी करेले का कभी सेवन किया है? अगर नहीं, तो इस लेख को पढने के बाद आप करेले से होने वाले चिकित्स्कीय फायदे जानकार आप भी इनका सेवन करना चालू कर देंगे. करेला टेस्ट में कड़वा होता है […]
क्या आपने कभी करेले का कभी सेवन किया है? अगर नहीं, तो इस लेख को पढने के बाद आप करेले से होने वाले चिकित्स्कीय फायदे जानकार आप भी इनका सेवन करना चालू कर देंगे. करेला टेस्ट में कड़वा होता है […]
क्या आप खाना बनाते है? अगर, हां तो ये खबर आपके लिए फायदेमंद हो सकती है. ब्रिटेन की संस्था नेशनल हेल्थ सर्विस (एनएचसी) के लेटेस्ट सर्वे के अनुसार, किचन सिंक ऐसा जगह है जहा बाथरूम या शौचालय की तुलना में […]
कोलाईटिस ,जैसा की नाम से परिलक्षित है की कोलोंन अर्थात बड़ी आंत से सम्बंधित बीमारी . इस बीमारी से पीड़ित लोगों की संख्या सबसे ज्यादा अमेरिका जैसी यूरोपियन देशों में देखने को मिलती है , क्योंकि वहां का खान पान […]
पानी हमारे सेहत के लिए अमृत के सामान है. कहा यही जाता है कि, जितना हो सके पानी पीजिये ये सेहत के लिए अच्छा होता है, लेकिन अति तो हर चीज की बुरी होती है . ज्यादा पानी पीना निसंदेह […]
विपश्यना एक यौगिक किर्या है, जिसमे व्यक्ति मौन, सीमित संसाधनों के बीच रह कर अपने जीवन का कुछ समय एकांत में बीताता है. विपश्यना का पद्दति का प्रयोग प्राचीन समय से हो रहा है, परन्तु इसे विपश्यना नाम अभी हाल […]
बारिश का मौसम यानि कि संक्रमण का मौसम, इस मौसम में खाने पीने से लेकर सफाई का भी विशेष धयान रखने की जरुरत होती है, सबसे ज्यादा तरह की बीमारियां इसी मौसम में होती हैं और सबसे ज्यादा लोग इसी […]
जिसप्रकार विश्व की अर्थव्यस्था में प्रगति देखी गई है, उसी प्रकार जॉब अथवा नौकरी की संभावनाएं भी बढ़ी हैं, पहले के समय में दफ्तर ही होता था जहाँ लोग काम करने के लिए जाया करते थे. लेकिन अब चलते […]
शरीर के लिए आवश्यक संतुलित आहार का लंबे समय तक न मिलना ही कुपोषण है. कुपोषण के कारण बच्चों और महिलाओं में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, जिससे वो आसानी से कई बीमारियों की चपेट में आ जाते […]
ग्लोबल वॉर्मिंग का अर्थ भूमंडलीय उस्मिकरण से है .पृथ्वी की निकटस्थ सतह वायु और महासागर के औसत तापमान में 20 वीं शताब्दी से हो रही बृद्धि और उसकी अनुमानित निरंतरता है जलवायु पैनल पर बैठे अन्तेर सरकार पैनल ने निष्कर्ष […]
सोचिये बोलिए कहिये और चलिए, यही मूल मंत्र है वॉकिंग मीटिंग का, दिनभर में 5 से 6 घंटे औसतन एक कामकरने वाला कुर्सी पर गुजार देता है. इसी समय के बीच में से अगर आधा घंटा भी वॉकिंग मीटिंग में […]
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