विपश्यना एक यौगिक किर्या है, जिसमे व्यक्ति मौन, सीमित संसाधनों के बीच रह कर अपने जीवन का कुछ समय एकांत में बीताता है. विपश्यना का पद्दति का प्रयोग प्राचीन समय से हो रहा है, परन्तु इसे विपश्यना नाम अभी हाल […]
विपश्यना एक यौगिक किर्या है, जिसमे व्यक्ति मौन, सीमित संसाधनों के बीच रह कर अपने जीवन का कुछ समय एकांत में बीताता है. विपश्यना का पद्दति का प्रयोग प्राचीन समय से हो रहा है, परन्तु इसे विपश्यना नाम अभी हाल […]
बारिश का मौसम यानि कि संक्रमण का मौसम, इस मौसम में खाने पीने से लेकर सफाई का भी विशेष धयान रखने की जरुरत होती है, सबसे ज्यादा तरह की बीमारियां इसी मौसम में होती हैं और सबसे ज्यादा लोग इसी […]
आज के सिनेमा का स्वरूप पूरी तरह बदल चुका है, सिनेमा की कहानी उसमे अभिनय करने वाले अभिनेता संगीत कहानी किरदार सभी वास्तविक नज़र आते है. सिनेमा की लाइन में पैसा और प्रसिद्दी दोनों है. आज का हर युवा इस […]
जिसप्रकार विश्व की अर्थव्यस्था में प्रगति देखी गई है, उसी प्रकार जॉब अथवा नौकरी की संभावनाएं भी बढ़ी हैं, पहले के समय में दफ्तर ही होता था जहाँ लोग काम करने के लिए जाया करते थे. लेकिन अब चलते […]
दुर्लभ वस्तु की सुलभ प्राप्ति और सुलभ वस्तु की दुर्लभ प्राप्ति ही वस्तु का मूल्य तय करती है . यह उक्ति जल पर बिलकुल सही बैठती है . आज हम इसे सुलभ समझ कर जिसतरह इसका दुरूपयोग कर रहें है […]
शरीर के लिए आवश्यक संतुलित आहार का लंबे समय तक न मिलना ही कुपोषण है. कुपोषण के कारण बच्चों और महिलाओं में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, जिससे वो आसानी से कई बीमारियों की चपेट में आ जाते […]
सफ़ेद शार्क को महान सफ़ेद शार्क ,सफ़ेद पैन्थोर ,सफ़ेद मौत के नाम से भी जाना जाता है .सफ़ेद शार्क लगभग सभी समुन्द्रों में पाई जाती है .मादा सफ़ेद शार्क नर सफ़ेद शार्क से आकार और वज़न दोनों में बढ़ी होती […]
ग्लोबल वॉर्मिंग का अर्थ भूमंडलीय उस्मिकरण से है .पृथ्वी की निकटस्थ सतह वायु और महासागर के औसत तापमान में 20 वीं शताब्दी से हो रही बृद्धि और उसकी अनुमानित निरंतरता है जलवायु पैनल पर बैठे अन्तेर सरकार पैनल ने निष्कर्ष […]
लोगों मे आई फोन का काफी क्रेज दिखाई दे रहा है, आई फोन 5 और आई फोन 6 के बाद अब इंतज़ार है आई फोन 7 का. जब भी कोई कंपनी नया फोन बाज़ार में लाती है तो उसमे नये […]
सोचिये बोलिए कहिये और चलिए, यही मूल मंत्र है वॉकिंग मीटिंग का, दिनभर में 5 से 6 घंटे औसतन एक कामकरने वाला कुर्सी पर गुजार देता है. इसी समय के बीच में से अगर आधा घंटा भी वॉकिंग मीटिंग में […]
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