आईपीएल के लिए हुई प्लेयरों की निलामी
दुनियाभर की सबसे महंगी क्रिकेट लीग में से एक इंडियन प्रेमियर लीग अपनी चकाचौंद और फटाफट क्रिकेट के साथ-साथ कई विवाद और उभरती प्रतिभाओं के लिए भी सुर्खियों में रही है. इस लीग ने देश में कई युवा प्रतिभाओं को प्रेरित किया और उन्हें विदेशी खिलाड़ीयों से सिखने को भी बहुत कुछ मिला. इसके बहुत से उदाहरण है कि आईपीएल में प्रदर्शन के दम पर कई खिलाड़ी जैसे हार्दिक पाड्या, जसप्रीत बुमराह, ऋभ पंत आदि को देश के लिए अंतराष्ट्रीय क्रिकेट प्रतियोगताओं में खेलने का मौका मिला है. जिसको उन्होने काफी भुनाया भी है. अगर बात करें जसप्रीत बुमराह की तो मुंबई इंडियन से अपने आईपीएल करियर की शुरूआत करने वाले बुमराह अपने अनऑर्थोडॉक्स बॉलिग ऐक्शन के चलते नजरों में आए. जिसके बाद टीम में मौजूद अनुभवी विदेशी गेंदबाज़ लसीथ मलिंगा ने उनसे बहुत से अनुभव साझाकर बुमराह को अच्छा गेंदबाज़ बनाया, जिससे उन्हें काफी मदद मिली.
वही बात करें हार्दिक पाड्या की तो इनका नाम भी इसी लगी से सभी की ज़बान पर आया, जहां हार्दिक पाड्या ने अपने ऑलराउंड प्रदर्शन और बल्लेबाज़ी में लंबे सीधे छक्के मारने की काब्लियत दिखाई थी, जिसके चलते उन्हें भारत के लिए खेलने का मौका मिला. इसके अलावा गेंदबाज़ श्रदुल ठाकुर, जयदेव उनदकट जैसे खिलाड़ी भी इसी लीग की खोज है, सिर्फ इतना ही नही बल्कि कुछ विदेशी खिलाड़ी भी इसी लीग की खोज है, जैसें – ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज ऑलराउंडर शेन वॉटसन और अभी के कप्तान स्टीव स्मिथ का नाम भी शामिल हैं. इसके अलावा वेस्ट इंडिज़ क्रिकेट के कई बड़े नाम जैसे केरॉन पॉलोर्ड, लेंडर सिमन्स आदि. ऐसी प्रतिभाए थी जिन्होनें भारत में आईपीएल में अच्छा प्रदरेशन कर अपने देश की इंटरनेशनल टीम में जगह बनाई.
अगर हम भारत के लिए इसके फायदे की बात करें तो इसका लाभ भारतीय क्रिकेट को बहुत तरह से हुआ, जैसे कि प्लेयरों को ज्यादा जनता के सामने खेलने को मिला, जिससे बहुत से खिलाड़ियों के खेल में निखार आया और वहीं कुछ खिलाड़ी दबाव में खेल नही पाए, जिसके कारण वह आज कही भी नही है. अगर युवाओं पर इसके असर की बात करें तो उन्हें दबाव में खेलने की आदत पड़ती है. जिससे वह जब भी कोई बड़ी प्रतियोगता या प्रतिस्पर्धा वाले मुकाबले खेलते है तो वहां उन्हें इस दबाव को सोखने का अनुभव काम आता है. साथ ही सीनियर प्लेयर के अंडर खुद को ग्रुम करने के अवसर प्राप्त होते है. जिसका फायदा उन्हें दूसरे देशों से मुकाबले करने में मिलता है. आजकल युवाओं को ग्रुम करने के लिए और पैसा कमाने के लिए लगभग सभी बड़े क्रिकेट नेशन, आईपीएल की तर्ज पर अपने देशों में टी20 क्रिकेट लीग का आयोजन करा रहे है, जिसमें दुनियाभर के खिलाड़ी हिस्सा लेते है. लेकिन आपको बता दें कि भारत में क्रिकेट बोर्ड अपने खिलाड़ीयों को दूसरे देशों की लीग में खेलने की अनूमति नही देता है.
अब बात करते है इसमें लगने वाली खिलाड़ियों पर बोली की, जिसमें सभी टीम के पास एक धनराशि होती है, जिससे वह प्लेयर को खरीद पाते है. इसमें प्लेयरों के नाम आते है और उसके बाद टीमों द्वारा उस खिलाड़ी के लिए बोली लगाई जाती है. अगर इस साल की बात करें तो आईपीएल का 11वां संस्करण आने वाला है. जिसको लेकर निलामी के कुछ अलग नियम थे. इसमें टीमें कम से कम 3 खिलाड़ियों को अपने पास रिटेन कर सकती थी और उसके अलावा 2 खिलाड़ियों के लिए बोली लगने के बाद आरटीएम कार्ड इस्तेमाल कर सकती थी. जिसके बाद अब आने वाले आईपीएल के संस्करण में आपको टीमों की सूरत बदली हुई नज़र आने वाली है. इसके अलावा इस आने वाले संस्करण में चेन्नई और राजस्थान की टीमों की भी वापसी होने वाली है.
- इस साल निलामी में सबसे ज्यादा रकम पाने वाले खिलाड़ी है इग्लैंड के धुंआधार ऑलराउंडर बेन स्ट्रोक्स जिनको राजस्थान की टीम ने 12.5 करोड़ रूपए में खरीदा,
- साथ ही दूसरी सबसे बड़ी रकम पाने वाले खिलाड़ी है जयदेव उनदकट जिन्हें भी राजस्थान ने ही सबसे ऊँची बोली लगाकर 11.5 करोड़ रूपए में खरीदा है.
- इनके अलावा केएल राहुल को पंजाब की टीम ने 11 करोड़ और मनीष पाण्डे को हैदराबाद की टीम ने 11 करोड़ में खरीदा है.
- विदेशी खिलाड़ियों में बेन स्ट्रोक्स के बाद ऑस्ट्रेलिया के तेज़ गेंदबाज़ मिचेल स्टार्क है जिन्हें कोलकाता की टीम ने 9 करोड़ की रक्म देकर खरीदा, साथ ही कोलकाता ने क्रिस लिन जैसे बड़े नामों को भी टीम में शामिल कर लिया है.
अब देखने वाली बात यह होगी कि इस साल इंडियन प्रेमियर लीग में कौन ने नए चेहरे होंगे, जो अपनी छाप छोड़ने वाले है. साथ ही देखना यह भी होगा कि जिन खिलाड़ियों पर फ्रेनचाइजीस् ने इतनी मोटी रक्म खर्च की है, उनका प्रदर्शन भी देखने योग्य होगा, कि वह अपनी टीम को कहा तक पँहुचा पाते है.