क्या आप जानते हैं कि, पुरुषों मे भी होता है ब्रेस्ट कैंसर ?
Posted On November 21, 2024
0
876 Views
0 अनयूजुअल सिंड्रोम और जेनेटिक रीजन की वज़ह से पुरुषों में भी महिलाओं की तरह यह बीमारी होती है. सबसे खतरनाक पक्ष यह है कि ,पुरुषों में महिलाओं की अपेक्षा चेस्ट में टिशू लेबल कम होता है, इसलिए पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर होने के बाद यह जल्दी फैलता है और लोकली एडवांस स्टेज पर पहुँच जाता है. यही नही जिन पुरुषों को ब्रेस्ट कैंसर होता है, उनकी बहन और बेटी को भी ब्रेस्ट कैंसर होने का रिस्क हाई होता है.इसलिए यदि पुरुषों के ब्रेस्ट में किसी तरह का बदलाव आये तो इसे बिलकुल भी नज़र अंदाज नही करना चाहिए .
मैक्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ ओंकोलौज़ी लाजपत नगर के डायरेक्टर डॉक्टर पी के जुल्का ने बताया कि, महिलाओं में होने वाले टोटल ब्रेस्ट कैंसर का एक प्रतिशत ही पुरुषों मे होता है. उन्होंने कहा कि क्लाइनफेल्टर सिंड्रोम और BRAC 1 और 2 की वज़ह से पुरुषों मे ज्यादा कैंसर का खतरा रहता है. इस बारे मे फोर्टिस हॉस्पिटल के कैंसर स्पेस्लिस्ट डॉक्टर विकास गोस्वामी ने कहा कि, 2 से 3 ऐसे सिंड्रोम हैं , जिनकी वज़ह से पुरुषों में कैंसर होता है . लेकिन सबसे ज्यादा खतरा जेनेटिक रीजन की वज़ह से होता है. डॉक्टर गोस्वामी ने कहा कि, महिलाओं मे लाइफ स्टाइल की वज़ह से भी कैंसर होता है लेकिन पुरुषों मे ब्रेस्ट कैंसर का लाइफ स्टाइल से कोई रिलेशन नही है.
डॉक्टर गोस्वामी ने कहा कि, ब्रेस्ट टिशूज महिलाओं मे ज्यादा होते हैं और पुरुषों मे कम होते हैं , इसलिए पुरुषों में इस बीमारी का खतरा कम होता है. कई ऐसे सिंड्रोम हैं जिनकी वज़ह से पुरुषों में यह बीमारी होती है, जिसमे ली – ली फ्राउमिनी सिंड्रोम , BRAC , PTEAN जैसे सिंड्रोम की वज़ह से भी यह होता है. डॉक्टर जुल्का का कहना है कि ‘’ इसके अलावा किसी का भी हार्मोन रिसेप्टर पोजिटिव आता है तो भी ब्रेस्ट कैंसर का खतरा रहता है. अगर समय पर इलाज़ नही किया जाता है तो यह पुरुषों के लिए भी खतरनाक साबित होता है .
इसमें सबसे बड़ी समस्या यह है कि, डॉक्टरों मे भी पुरुषों मे होने वाले ब्रेस्ट कैंसर के बारे मे सटीक जानकारी नही है. अगर उनके ब्रेस्ट से ब्लीडिंग होती है या कोई गाँठ बनती है, तो वो इसे इन्फेक्शन समझ लेते हैं या इन्फेक्शन से मिलती जुलती कोई और बीमारी मान लेते हैं . यहाँ डॉक्टरों को भी बताना जरुरी है कि, जिस तरह महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर की पहचान और जांच होती है और इलाज़ होता है, उसी तरह पुरुषों की भी जांच होती है और उसी तरह का इलाज़ होता है .