आखिर क्यों बर्बाद हो जाते है सालाना 92 हज़ार करोड़ ?
Posted On November 21, 2024
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8 ‘’ कृपया भोजन को बर्बाद होने से बचाएं ‘’या ‘’ अन्न का एक एक दाना कीमती है ‘’ ऐसा तो व्हाट्स एप या अन्य सोशल मीडिया पर बहुत देखने को मिलता है . हमे उन बच्चों के बारे में भी सोचने को कहा जाता है जिन्हें भूख के कारण अपनी जान गवानी पड़ती है . भारत में अभी भी ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें दो समय का भरपेट खाना भी नसीब नही हो पाता .
एक सरकारी सर्वेक्षण में सामने आया है कि, भारत में हर साल 67 लाख टन खाना बर्बाद हो जाता है . भारत में हर साल जितना खाना बर्बाद होता है वह ब्रिटेन के राष्ट्रीय उत्पादन से ज्यादा है . इतना खाना बिहार और इजिप्ट जैसे देश के लिए साल भर के लिए काफी होता . यह स्टडी देश के 14 एग्रीकल्चर जोन के 120 जिलों में की गई . इसके अनुसार बर्बाद हुए खाने का मूल्य 92 हज़ार करोड़ रूपये है . यह रकम भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम के तहत खर्च की जाने वाली रकम की दो तिहाई है .
सर्वेक्षण के मुताबिक़ फल सब्जियां और दालें सबसे ज्यादा बर्बाद हुई हैं . इसके अनुसार खाद्यानो का सडना , कीट . मौसम . और स्टोरेज की कमी बर्बादी के सबसे बड़े कारण हैं . फसलों की बात करें तो 10 लाख टन प्याज खेतों से बाज़ार तक लाने के दौरान रास्ते में ही बर्बाद हो गई .