कितना सत्य है आपका पुनर्जन्म..
Posted On November 23, 2024
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13 कल भी जन्म और पुनर्जन्म इतना गूढ़ रहस्य है कि, बहुत से साधू संत वैज्ञानिक भी नही समझ पाए . आज पुनर्जन्म की घटनाएं सुनने में आती है लेकिन सहज ही उन पर यकीन नही होता ,परन्तु ये सच है कि मरने के बाद आत्मा दूसरे शरीर में प्रवेश करती है . आत्मा को अमर माना गया है , पुनर्जन्म के विषय में ज्यादा से ज्यादा जानने की इच्छा या उत्कंठा सब मे होती है . लोग इसके बारे में जानने के लिए हिप्नोटिज्म का सहारा भी लेते हैं, लेकिन कुछ प्रमाणिक सिद्ध नही हो सका है .
जब कोई नवजात नींद में ही मुस्कुराता है या डरता है तो इसका मतलब होता है कि वो अपने पिछले जन्म की यादों को महसूस कर रहा है , लगभग चालीस दिनों तक शिशु अचेतावस्था में रहता है, लेकिन जैसे जैसे वह अपने परिजनों और आस पास के वातावरण के संपर्क में आता है, वो पिछली यादो से बाहर निकल कर वर्तमान से जुड़ जाता है .कुछ परिस्थितियों में देखा गया है कि पिछले जन्म की यादें उसे अच्छी तरह याद रह जाती हैं और वो उनके बारे में बाते करता रहता है .
आपका पुनर्जन्म है या नही ? इस बारे में जानना चाहतें हैं, तो सोचिये कि कौन सी जगह या व्यक्ति आपको ज्यादा आकर्षित करता है , यदि ऐसा कुछ है तो जो व्यक्ति आपको आकर्षित करता है या जिस जगह पर आप रहना चाहते हैं, उसका आपके पिछले जन्म से सम्बन्ध है , ऐसा भी होता है कि किसी व्यक्ति से या स्थान से आपको बहुत डर लगता है तो, इसका भी आपके पिछले जन्म से सम्बन्ध हो सकता है और आपका पुनर्जन्म हुआ है .
कई बार हमारे अवचेतन मन में सपने , विचार अस्पष्ट रूप से चलते रहते है तो इसका मतलब है कि, पिछले जन्म की यादें अभी भी आपके मन मस्तिष्क पर छाई हुई हैं . यदि आप किसी स्थान को देखते है और आपको लगता है कि ये जगह आप पहले भी कही देख चुके है लेकिन कहाँ ये याद नही आता , तो समझ लीजिये की इस जगह से जरूर आपका सम्बन्ध है . कभी कभी आस पास होने वाली घटनाओं को देख कर ऐसा लगता है, इन्हें आप पहले भी कहीं देख चुके हैं तो इसका अर्थ है कि पिछले जन्म की अस्पष्ट यादें अभी भी जिन्दा है .