शिक्षिका के अनोखे छात्र….
Posted On November 25, 2024
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0 आज एक महिला ने सिर्फ अपने बलबूते अपने गाँव को एक नई दिशा दी है. आज सभी गाँव के निवासी उसकी हिम्मत को सलाम करते हैं और उसके द्वारा दिखाई गई राह पर चल रहें हैं . हरियाणा के जींद जिले के खटकड़ गाँव की एक महिला संतोष देवी ने शिक्षा के दम पर अपने गाँव की रूप रेखा ही बदल कर रख दी है. हालांकि वो खुद ज्यादा शिक्षित नही है पर शिक्षा के महत्व को अच्छी तरह समझती है .
संतोष देवी ने 6 महीने साक्षरता मिशन के साथ जुड़ कर कड़ी मेहनत की और अब नतीजा ये है कि गाँव के सैकड़ो बुजुर्गों ने साक्षर होने की परीक्षा दी है . आज से 6 महीने पहले जब संतोष देवी ने अपने गाँव खटकड़ को शिक्षित करने की ठानी तो तमाम लोगों ने तानो के साथ साथ संतोष देवी का मज़ाक भी उड़ाया .
संतोष देवी को यहाँ तक कहा गया कि, वो पहले अपने घर वालों को साक्षर करें फिर बाहर की सोचें. लेकिन इस तरह की तमाम बातों को उसने अपनी प्रेरणा बना लिया और अपनी हिम्मत को बढ़ाया और इसका परिणाम ये निकला कि आज ज्यादातर बुजुर्ग पढ़ लिख सकते हैं .
संतोष देवी स्वयं मैट्रिक पास हैं और उसे लगता है कि शिक्षा ही ऐसा एकमात्र जरिया है जिससे गाँव का विकास हो सकता है. अपने छोटे से घर से शुरु हुआ ये मिशन अब तक सैकड़ो बुजुर्ग तक पंहुच चुका है. वहीँ पढने वाली बुजुर्ग महिलाओं ने बताया कि, किसी कारण बचपन मे पढ़ाई नही कर पाने के कारण जो मन में टीस थी वो आज दूर हो गई है. उनका सपना संतोष देवी के कारण सच हो गया है. यहाँ आकर वो लिखना सीख गई हैं जहाँ पहले अंगूठा लगाती थी अब हस्ताक्षर करने लायक हो गई हैं .
साक्षर भारत मिशन की प्रोडक्ट कोर्डिनेटर डिम्पल ने बताया कि उनके द्वारा गाँव को पूर्ण साक्षर बनाने के लिए अच्छे प्रयास किये जा रहें हैं. जो पिछली परीक्षा मे अनुतीर्ण हुए थे उनकी दोबारा परीक्षा आयोजित की गई है, जिसमे सभी के पास होने की उम्मीद है .