अब बियर करेगी आपको मालामाल….
बियर संसार का सबसे पुराना और सर्वाधिक व्यापक रूप से खुलकर सेवन करने वाला मादक पेय पदार्थ है . यह जल और चाय के बाद पीये जाने वाला सबसे लोकप्रिय पेय है . यह मुख्यत जौ से फर्मेंटेशन के द्वारा बनती है, इसलिए इसे भारतीय उपमहाद्वीप मे जौ की शराब या आब – जौ के नाम से भी जाना जाता है . संस्कृत मे जौ को यव भी कहते हैं तो इसलिए बियर का एक नाम यवसुरा भी है . जौ के अलावा बियर बनाने के लिए गेंहू , मक्का ,या चावल का भी उपयोग होता है क्योंकि ये अनाज कार्बोहाइड्रेट का मुख्य स्रोत हैं. अधिकतर बियर को सुवासित और स्वादिष्ट कर दिया जाता है. बियर मे फर्मेटेशन के कारण कडवाहट बढ़ जाती है ये कडवाहट प्राकृतिक संरक्षक के रूप मे कार्य करती है .
आयतन की दृष्टि से बियर मे अल्कोहल की मात्रा 4/ से लेकर 6/ तक रहती है . हलाकि कुछ मामलों मे 1/ से लेकर 20/ या इससे भी अधिक हो सकती है . बियर मे उलेखनीय मात्रा मे पोषक तत्व पाए जातें हैं , जिसमे मैग्नीशियम , सेलेनियम , पौटेशियम , फॉस्फोरस , बायोटिन तथा विटामिन B भी शामिल है . जापानी अध्ययन से पाया गया है कि कम अल्कोहल मात्रा वाले बियर मे कैंसर प्रतिरोधकता के गुण मौजूद होतें हैं , बिना अल्कोहल वाले बियर या कम मात्रा मे सेवन करने से हृदय संवहनी धमिनियों को लाभ प्राप्त होता है . हलाकि अनेक अनुसंधानों से पता चलता है कि , प्राथमिक तौरपर मादक पेयों से स्वास्थ्य लाभ उनमे निहित अल्कोहल से ही मिल पाया है .वैसे तो बियर पीने के लिए हमेशा से ही पैसे खर्च करने पड़ते हैं लेकिन बियर पीने के लिए पैसों की ऑफर भी मिले तो क्या ही बात है .
अमेरिका का नेशनल म्यूजियम ऐसी ही नौकरी की पेशकश कर रहा है . इस नौकरी मे बियर चखने के लिए हर साल 64650 डॉलर [ लगभग 43 लाख ] मिलेंगें . यह म्यूजियम वाशिंगटन डी.सी. मे स्थित है , म्यूजियम 3 साल के लिए एक विशेषज्ञ को काम पर रखना चाहता है , जो कि देश भर की शराब की फैक्ट्रियों मे बियर का स्वाद चखे .म्यूजियम के एक अधिकारी के मुताबिक शराब निर्माण और बियर का हमारे इतिहास और वर्तमान पर गहरा प्रभाव है . बियर विशेषज्ञ की नौकरी के लिए आवेदन करने वालों को फ़ूड एवं ड्रिंक पर शोध करना होगा और आर्टिकल लिखने होंगे .