क्यों है खास एम.टी.सी.आर. की सदस्यता भारत के लिए ?
एनएसजी की सदस्यता हासिल करने में सफलता नहीं मिलने के बाद अब भारत मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजीम यानी MTCR का 35वां सदस्य बन गया और इस ग्रुप में शामिल होना भारत के लिए एक बड़ी कामयाबी है. विदेश मंत्रालय ने इस समूह के 35वें सदस्य के रूप में भारत का प्रवेश पर ख़ुशी जताते हुए कहा की भारत का प्रवेश अंतरराष्ट्रीय अप्रसार के लक्ष्यों को आगे बढ़ाने में परस्पर लाभकारी होगा
MTCR: कुछ तथ्य:
- MTCR यानि मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजीम
- MTCR 34 देशों का समूह
- दुनियाभर में मिसाइल के प्रसार को रोकना
- मानवरहित हथियार पर भी रोक लगाने का काम
- मिसाइल क्षमता 300 किलोमीटर के दायरे में रहे
- चीन और पाकिस्तान नहीं हैं सदस्य.
MTCR की मेम्बरशिप से भारत को फ़ायदा
- भारत मानवरहित ड्रोन ख़रीद पाएगा
- अमेरिका से ख़रीद सकता है प्रिडेटर ड्रोन
- ब्रह्मोस जैसी मिसाइल बेच सकेगा
- NSG में भारत के दावे को मज़बूती और
- चीन और पाकिस्तान को MTCR की मेम्बरशिप के लिए जरुरी होगा भारत का समर्थन लेना.
ऑब्जरवेशन:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान भारत को MTCR की मेम्बरशिप मिलने से भारत अब आसानी से आधुनिक मिसाइल से लेकर खतरनाक ड्रोन तक सदस्य देशों से खरीद सकेगा और अब भारतीय सेना बेहद मजबूत हो जाएगी।. यह भारतीय सेना के साथ-साथ नेवी के लिए भी यह काफी कारगर साबित होगा क्योकि ये ड्रोन 35 घंटे तक लगातार आसमान में चक्कर लगाते हुए समंदर पर नजर रखें जा सकेंगे.