यू.पी. सरकार बुलंदशहर की घटना पर गंभीर या महज़ चुनावी हथकंडा ?
अपराध दिन प्रतिदिन बढतें ही जा रहें हैं , कोई भी राज्य सरकार अपराधों पर रोक लगाने में अक्षम साबित हो रही है, ऐसे में बलात्कार जैसे न्रिकृष्ट अपराधों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोत्तरी देखी जा रही है , अभी हाल ही मै बुलंदशहर में माँ-बेटी के साथ ऐसी ही हैवानियत की खबर आई है , इस खबर से एक बार फिर देश , मीडिया सब हरकत में आ गए , पीड़ित परिवार का कहना है कि ,वो अपराधियों को स्वयं सजा देना चाहतें है , और उन्हें जल्दी सजा नही दी गई तो पीड़ित परिवार जहर खा कर आत्महत्या कर लेगा, इस तरह के बयान को सुनकर यू.पी. के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तुरंत मीडिया में बयान दे दिया कि, वो 24 घंटे में अपराधियों को पकड़ कर सख्त से सख्त सजा दिलवाएंगें, 24 घंटे तो बीत चुके हैं और अब 72 घंटे भी बीतने वालें है .
क्या लगता है अपराधियों को पकड़ना संभव भी होगा , सजा मिलेगी या पहले की तरह सालों केस फ़ाइल करने में निकल जायेंगें, या पुलिस अफसरों के तबादले द्वारा लीपा पोती , या फिर बहुत मुमकिन है पहले के बदायूं रेप केस की तरह ओनरकिलिंग का मामला बताकर केस को रफा दफा कर दें . बदायूं रेप केस पर समाजवादी अध्यक्ष मुलायम सिंह का कहना कि ‘’ लड़कों से छोटी मोटी गलतियाँ हो जाया करती हैं. उन्हें चेतावनी देकर छोड़ देना चाहिए .’’ मुलायम जी की मानसिकता को दर्शाती है . इसपर खुद उनकी पुत्रवधू का कहना कि, ये बहुत ही बकवास बयान है और कोई अपराधी बचेगा नही ,
समाजवादी पार्टी और मुलायम जी के चहेते आजम खान ने इस समय ये बयान दे कर ‘’ इस मामले की गंभीरता से जांच करानी चाहिए क्योंकि चुनाव सर पर हैं .’’ यू.पी.की राजनीति में सरगर्मी पैदा कर दी ,वैसे भी आजम खान अपने बडबोलेपन के लिए जाने जाते हैं . आजम खान के बयान के बाद पीड़ित परिवार ने प्रत्युत्तर में पुछा है कि ‘’ अगर आजम खान की बेटी के साथ हुआ होता तो भी वो यही कहते ?’’
लोंगो में इस प्रकार के अपराध को लेकर बहुत रोष है . लोगों का विश्वास न्यायप्रक्रिया में [ देरी व ढीलेपन को लेकर ] खोता जा रहा है.
लगता नही है कि, इस मामले में भी अपराधियों को सख्त और जल्दी सजा मिलेगी , यदि किस्मत से पीड़ित परिवार को न्याय मिल जाता है तो इसका श्रेय सिर्फ चुनाव समय को जायेगा, क्योंकि यह मुख्यमंत्री की साख का सवाल है . ये मामला यू.पी.चुनाव की दिशा बदलने का दम रखता है…