हर पुरुष की है दो पत्नियाँ, एक गाँव ऐसा भी…..
राजस्थान के रेगिस्तानी इलाको को छूता हुआ , एक छोटा सा गाँव बाड़मेर . बाड़मेर जिसे उसकी अजीब सी परम्पराओं की वज़ह से जाना जाता है . इस गाँव में 70 या 72 घर ही हैं. और यहाँ रहने वाले सभी अल्पसंख्यक समुदाय से हैं .
बाड़मेर के ही इलाके में देरासर नाम का एक और गाँव है , इस गाँव के इलाके में एक चीज है जो सबके साथ एक जैसी है . यहाँ के लोगों को पहली पत्नी से संतान सुख की प्राप्ति नही होती संतान प्राप्त करने के लिए उन्हें दूसरी शादी करनी पड़ती है .यहाँ रहने वाले कुछ पुरुषों की आयु संतान की चाह में 50 वर्ष की अवस्था को भी पार कर गई लेकिन उन्हें संतान सुख प्राप्त नही हुआ लेकिन जैसे ही उन्होंने दूसरी शादी की उनके 4 से 6 बेटे या बेटियां हो गई .
इस गाँव में एक या दो परिवार को छोड़ कर सभी की दो –दो पत्नियाँ हैं .यह बहुत ही अजीब स्थिति है .यह अनोखी परम्परा कई दशकों से चली आ रही है और लगता है आगे भी चलती रहेगी . भारत के कई गाँव या प्रदेश मे इसी तरह की अजीबो गरीब परम्पराएं देखने को मिलती हैं.