रोशनी में सोना हो सकता है खतरनाक…..
मानव शरीर के लिए हवा और पानी के अलावा नींद तीसरी सबसे ज्यादा मुख्य जरुरत है .हजारों साल से पशु ,पक्षी पेड़ – पौधे ,इन्ही सोने जागने की प्रक्रिया से गुजर रहें हैं . प्रकृति ने दिन सभी कार्यों को करने और रात सोने की लिए बनाई है .
1 दिसम्बर 2005 के एक रिसर्च से पता चला है कि ,रात को काम करने वाली महिलाओं में ब्रैस्ट कैंसर का खतरा 5 से 6 गुना बढ़ जाता है .रात को अँधेरे मे बिना लाइट जलाकर सोने से शरीर के रक्त का प्रवाह और रक्त हारमोन जैसे मेलाटोनिन में बढ़ोत्तरी देखी गई है ,रात को अँधेरा कर के सोने वालों के शरीर में रक्त हारमोन मेलाटोनिन की व्यापक अवस्था बनी रहती है और यह ब्रैस्ट कैंसर की गांठ को विकसित नही होने देता . रात को जागने या लाइट जलाकर सोने वालों के शरीर में ब्लड हारमोन की प्रचुरता कम और अव्यवस्थित हो जाती है और ये कमी ब्रैस्ट कैंसर बनाने वाले टिशु को विकसित करने लगता है .रात को अँधेरे में सोने वालों की अपेक्षा ,जागने वालों में कैंसर की संभावना कई गुना बढ़ जाती है .ब्रैस्ट कैंसर की बीमारी विकसित देशों में ज्यादा दिखाई देती है क्योंकि वहां रात की शिफ्ट में लोग ज्यादा काम करते हैं .अगर रक्त स्वस्थ रहेगा तो ब्रैस्ट कैंसर की संभावना भी नही रहेगी .
एक ताजे रिसर्च के अनुसार ‘’ एक व्यक्ति की आँखों पर 90 मिनट फ्लोरोसेंट लाइट डाल कर देखा गया कि ,रक्त में पाए जाने वाले हारमोन मेलाटोनिन की मात्रा कम हो गई है और ब्रैस्ट कैंसर बनाने वाले टिशू सक्रिय हो गये हैं ‘’
ट्यूमर की शुरुआत रक्त में मेलाटोनिन नामक हारमोन की मात्रा कम होने से हुई .
एक ताजे शोध के मुताबिक रात को अँधेरा कर के सोना स्वास्थ के लिए ज्यादा अच्छा है ,हलकी लाइट भी न जलाएं .
मेलाटोनिन व अन्य हारमोन जो शरीर को हेल्दी बनाये रखते हैं जैसे टेस्टोंसरोन , एरथोप्रोटीन्स .
रात को अँधेरा करके सोने से न केवल कैंसर बल्कि दिमागी तनाव , चिडचिडापन , थकान , प्रदूषण मुक्त वातावरण के अलावा एक अच्छा स्वास्थ मिलता है .
आपके परिवार के अन्य सदस्य , मित्र , और पडोसी जो लाइट जलाकर सोतें हैं , उन्हें अँधेरे में सोने के लिए प्रोत्साहित करें . गहरी और शांत नींद हमें कई प्रकार की गंभीर बीमारियों से बचाती है . गहरी और शांत नींद में शरीर के अंदरूनी अंग सुचारू रूप से काम करते हैं ….