बारिश के मौसम में रखें त्वचा का विशेष ख्याल …..
बारिश का मौसम यानि कि संक्रमण का मौसम, इस मौसम में खाने पीने से लेकर सफाई का भी विशेष धयान रखने की जरुरत होती है, सबसे ज्यादा तरह की बीमारियां इसी मौसम में होती हैं और सबसे ज्यादा लोग इसी मौसम में बीमार पडतें हैं.
बारिश के मौसम में सुबह और शाम दोनों ही समय चेहरे को अच्छी तरह कीटाणुनाशक साबुन से साफ़ करें . इसके बाद अतिरिक्त तेल को हटाने के लिए एक अच्छे टोनर का प्रयोग करें, इस मौसम में बैक्टीरिया बहुत सक्रीय हो जातें हैं, इसलिए हो सके तो एंटी बैक्टीरियल टोनर का इस्तेमाल करें, एंटी बैक्टीरियल टोनर त्वचा को हर तरह के संक्रमण से बचाता है. हो सके तो बारिश के मौसम में जिस साबुन का इस्तेमाल करें वो भी एंटी बैक्टीरियल ही होना चाहिये .
मानसून के मौसम में मोइस्चराईजर की भी आवश्यकता होती है क्योंकि बारिश में भीगने से और नमी से त्वचा में खुजली होने लगती है और रेशेज पड़ जातें हैं, जिनकी वज़ह से मुंहासें भी हो जाते हैं .
बारिश के मौसम में फंगल इन्फ़ेक्शन एक आम बीमारी है. ये फंगल इन्फेक्शन बगल, पीठ, पैर, ब्रैस्ट आदि पर अपना असर ज्यादा दिखातें हैं, क्योंकि भीगने के बाद इन जगहों को सूखने में ज्यादा वक़्त लगता है, यदि भीग जाएँ तो जल्दी से जल्दी कपडें बदलने की कोशिश करें .
घर से बाहर निकलते समय सनस्क्रीन का इस्तेमाल जरुर करें, सनस्क्रीन का असर लगभग 4 से 5 घंटे तक रहता है तो कोशिश करें की इससे पहले दोबारा लगा लें, सनस्क्रीन लेते समय अपने त्वचा के प्रकार को जान लें, भारतीय वातावरण के हिसाब से SPF 15 ठीक होता है .
अपनी त्वचा की चमक को बनाए रखने के लिए समय – समय पर फेसपैक लागतें रहें, शहद और नीबूं का रस मिलकर लगाएं 10 मिनट के बाद सामान्य पानी से धो ले. मुल्तानी मिटटी में गुलाबजल मिलाकर लगाएं, दही में बेसन मिलाकर लगाएं फिर सूखने के बाद 10 से 12 मिनट के बाद पानी से धो लें .
यदि त्वचा अधिक तैलीय है तो ओटमील या मसूर की दाल के पेस्ट से रगड़ें फिर 10 मिनट के बाद पानी से धो लें ,
सबसे आसान तरीका हैकि जब भी कोई फल काटें तो उसका छिलका फेस पर रगड़ें फिर 10 मिनट के बाद धो लें, फलों में कुछ अलग तरह के तत्व पाए जाते हैं जो त्वचा को साफ़ करने में सहायता करतें है इसमे पपीता संतरा तरबूज विशेष गुण रखतें हैं . कभी अच्छी तरह पके केले को मसल कर उसमे शहद मिलकर फेस पर लगाएं सूखने का इंतज़ार करें फिर पानी से धो लें.
हर मौसम का अपना अलग आनंद है. बस थोड़ी से सावधानी और ध्यान रखें.हर मौसम के स्वागत के लिए अपनी त्वचा को तैयार रखें.