दुनिया की इन 5 झीलों के आसपास मंडराती है मौत
वैसें तो दुनिया में आज भी कुछ ऐसी जगह है, जहां होने वाली घटनाओं का कारण कोई भी नही बता पाया है. इसके अलावा कुछ जगह ऐसी भी है जहां भूतकाल में हुई घटनाओं के कारण उन जगहों को श्रापित माना जाने लगा है. आज इस लेख में हम आपको बताएंगे विश्व की कुछ ऐसी ही झीलों के नाम जिसमें सबसे पहले है.
कीवू झील
अफ्रीका के देश कोंगो और रवांडा के बॉर्डर पर स्थित इस झील के पानी में कार्बन डाइऑक्साइड की बड़ी परतें है. इसके अलावा इस झील में बड़ी मात्रा में मेथेन गैस पाई जाती है. हल्का सा भूकंप आने पर भी इसमें विस्फोट हो सकता है और आसपास रहने वाले करीब 20 लाख लोगों की जान जा सकती है.
रूपकुंड झील, हिमालय
भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित इस झील की खोज साल 1942 में ब्रिटिश आर्मी द्वारा की गई थी. जहां इस झील के तल में 200 लोगों के अवशेष मिले थे. जिनकी मौत रहस्यमय हालत में हो गई थी. करीब 11 सदी तक इसके बारे में कुछ पता नही था. यह पता नही चला कि उन 200 लोगों के साथ ऐसा क्या हुआ था कि उनको अपनी जान से हाथ धोना पड़ा. ऐसे कयास लगाए जाते है कि क्रिकेट बॉल्स के आकार की ओला वृष्टि के कारण उनकी मौत हुई होगी. इस झील में तैरना मना है क्योंकि पता नही इसमें और क्या रहस्यमय चीजे निकल या हो सकती है.
मिशिगन झील, यूएसए
अमेरिका के शिकागों में स्थित यह झील पहली नजर में बड़ी आकर्षक लगती है. लेकिन मौत का फंदा इसके नीचे छिपा होता है. इस लेक पर अजीबों गरीब घटनाएं घटित होती है, यहां अचानक मजबूत लहरें उठती है और किनारे के आसपास की चीज़ो को खींचकर अपने अंदर समा लेती है.
नायोस झील, कैमरून
इस झील में 1746 लोगों की जान जा चुकी है. 21 अगस्त 1985 को जानलेवा गैस का बादल नायोस पर छा गया जिसके चलते आसपास के सभी जीवों की जान चली गई थी. वैज्ञानिकों ने इस बारे में बताया कि झील के तल में ज्वालामुखी होने के कारण ऐसा हुआ. कार्बन डाईऑक्साइड पानी में मिल गई और इसका स्तर बढ़कर बादल के रूप में चारों तरफ फैल गया, जिससे जीवों की जान चली गई.
उबलती झील, डोमिनिका
विश्व धरोहरों में से एक इस झील का तापमान 92 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है. इसका कारण है पास में ज्वालामुखी का क्रेटर होना, जो इसे हमेशा गर्म रखता है. इसका आकार करीब 200 से 250 फुट के आसपास है.