जानिये यादव परिवार के सबसे स्नेहिल व्यक्तित्व के बारे मे
पिछले महीने की ही बात है .लखनऊ मे लोहिया पथ पर एक गाय तड़प रही थी , उसके शरीर के कई हिस्सों से खून अविरल बह रहा था . आते – जाते लोग देखते तो थे परन्तु रुकते नही थे ,तभी एक लग्जरी कार वहां आकर रुकी और उसमे से एक युवक बाहर आया , गाय की गर्दन पर प्यार से हाथ फेरा और तुरंत डाक्टरों की एक टीम बुलाई .
एम्बुलेंस गाय को लेकर जीवाश्रय अस्पताल चली गई . लोगों को बाद मे पता चला कि गाय को अस्पताल भेजने वाला युवक समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव का छोटा पुत्र प्रतीक यादव है . गाय को जिस अस्पताल और जीवाश्रय गौशाला भेजा गया था वह भी प्रतीक स्वयं चलाते हैं .जीवाश्रय से जुड़े गौरव गुप्ता बताते है कि लखनऊ मे कान्हा उपवन मे मौजूद जीवाश्रय गौशाला और अस्पताल को पाँच साल पहले प्रतीक की मदद से शुरू किया गया था . अब वह पूरे प्रदेश मे बंद हो रही 435 गौशालाओं को फिर से शुरू करने जा रहें हैं .वह ये भी बताते है कि प्रतीक बुंदेलखंड मे गायो को भूखे प्यासे छोड़ देने वाली अन्ना प्रथा के खिलाफ अभियान चलाने जा रहें हैं .
प्रतीक कहते हैं कि सैफई के उनके गाँव मे 50 गायें हैं , लखनऊ से जब भी वहां जाता था तो उन्ही के साथ वक़्त बीतता था ,गाय का दूध पी कर ही बड़ा हुआ हूँ . इसी कारण उनसे लगाव हो गया है . अब जब भी वक़्त मिलता है तो जीवाश्रय गौशाला मे जाकर उनके बीच समय बिताता हूँ . हमारी पूरी टीम गाय और दुसरे पशुओं की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहती हैं .