जानिए आपके कमर दर्द के कारण और इससे निजात पाने के तरीके!
कमर दर्द एक ऐसी समस्या है जिसके कारण आज हर इंसान बेहद ही परेशान है. अक्सर लोग सोचते हैं कि कमर दर्द का कारण बढ़ती उम्र है लेकिन ऐसा जरूरी नहीं. कई बार गलत तरीके से उठने-बैठने, चोट,खान-पान में गड़बड़ी,गर्भावस्था या फिर और भी बहुत कारणों से कमर में दर्द हो सकता है. कमर दर्द में पीठ की मांसपेशियों में खिंचाव, स्नायुओं में अकडऩ और तेज दर्द महसूस होता है. कभी-कभी यह दर्द नितंबों से पैरों तक भी पहुंच जाता है. ऐसे में एक ही जगह पर ही बैठे रहने से दिक्कत पहले से भी ज्यादा बढ़ सकती है. कोशिश करें कि हल्का-फुल्का काम करते रहें, शारीरिक गतिविधियों को बिल्कुल बंद न करें. कई बार सर्दी के कारण भी यह समस्या होने लगती है ऐसे में खुद को ठंड से बचाकर रखें.
क्यों होता है कमर दर्द
कमर मांसपेशियों,डिस्क,नसों और हड्डियों की जटिल संरचना है. इन घटकों में से किसी एक के साथ भी अगर समस्या पैदा होती है तो पीठ में दर्द होने लगता है. कई बार कमर में होने वाले दर्द के कारण को पता लगाना मुश्किल हो जाता है. सामान्य से लेकर इसके गंभीर कारण भी हो सकते हैं.
किन लोगों को होती हैं इसकी अधिक समस्या
ज्यादातर 45- 50 साल की उम्र के लोगों को या शरीरिक कमजोरी,शरीर में विटामिन डी और कैल्शियम की कमी से जूझ रहे लोगों को यह परेशानी होती है. अगर कम उम्र में ही शरीर की किसी अंदरूनी समस्या के कारण अक्सर दर्द बना रहता है तो डॉक्टर के साथ संपर्क करके इसके कारण का जरुर पता लगाएं. इसके अलावा भी कमर दर्द के बहुत से कारण हो सकते हैं. जैसे: रीढ़ की हड्डी में ट्यूमर, गुर्दें में सक्रमण, भारी सामान उठाना, जरूरत से ज्यादा काम करना
बढ़ता वजन, ऊंची एड़ी के सैंडल पहनना, अचानक से झटके के साथ झुकना, आदि
प्रैंग्नेंसी के बाद क्यों रहता है कमर में दर्द
बच्चे को जन्म देने के बाद अक्सर महिलाएं कमर में दर्द होने की शिकायत करती हैं. गर्भावस्था के दौरान गर्भाशय का आकार बड़ा हो जाता है. इस कारण मांसपेशियों में खिंचाव पैदा होता है, जिससे डिलीवरी के बाद यह खिंचाव ढीलेपन में बदल जाता है. जो कमर में दर्द का कारण बनता है. इसके अलावा हार्मोंन में आया बदलाव और कमजोरी भी इसकी वजह हो सकती है.
कमर दर्द को कम करने के घरेलू उपाय
शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए डेयरी प्रॉडक्ट और कैल्शियम से भरपूर आहार खाएं. रोजाना 2 गिलास दूध जरूर पीएं. इसके अलावा हड्डियों की कमजोरी कमर दर्द का सबसे बड़ा कारण हैं हड्डियों की कमजोरी को दूर करने के लिए रोज सुबह की धुप में 25 से 30 मिनट तक बैठे.
लहसुन के एंटीसैप्टिक गुण दर्द को कम करने में बेहद लाभकारी है. एक जार में 400 ग्राम लहसुन को बारीक काटकर इसमें 1 लीटर कच्चे सूरजमुखी का तेल डालकर बर्तन को अच्छे से बंद कर दें. इस बात का ध्यान रखें कि इस जार पर धूप न पड़े और लगातार 15 दिनों तक इसे हिलाते रहें. इसके बाद छान कर इस तेल को निकाल लें और लगातार 60 दिनों तक इस तेल की रोजाना सुबह शाम मालिश करने से कमर दर्द ठीक हो जाता हैं.
कमर में लगातार अकड़न बनी रहती है तो गुनगुने पानी में सेंधा नमक डाल कर नहाएं. इससे बहुत आराम मिलेगा.
तवे पर अजवाइन को हल्का-सा भून लें फिर इसे चबाकर खाएं. इससे भी कमर दर्द धीरे-धीरे ठीक हो जाता है.
सर्दी के कारण कमर का दर्द सता रहा है तो एक सूखी अंजीर,एक सूखी खुबानी और पांच सूखे आलूबुखारे रात को सोने से पहले चबाकर खाएं. इस उपाय से कमर का दर्द कुछ ही दिनों में ठीक हो जाएगा.
कमर दर्द में आराम पाने के लिए एक चम्मच शहद में दालचीनी पाउडर की एक ग्राम मात्रा मिलाकर सुबह शाम दिन में दो बार खाएं. इससे काफी आराम मिलेगा.
कमर दर्द में गर्म पानी की सिकाई करने से भी दर्द से जल्द राहत मिलता है.
अगर आपको लगातार कमर दर्द की शिकायत रहती हैं तो इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें. यह किसी गंभीर बीमारी का भी संकेत हो सकता है. एक बार डॉक्टरी जांच जरूर करवाएं.