गुलाब के फूलों के औषधीय गुण …
Posted On August 11, 2016
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गुलाब एक बहुवर्षीय , झाड़ीदार , कटीला पुष्पीय पौधा है , जिसमे बहुत सुन्दर सुगन्धित फूल लगते है . इसकी 100 से भी अधिक प्रजाति पाई जाती है .जिसमे से अधिकतर एशियाई मूल की है . कुछ जातियों के मूल प्रदेश यूरोप , उत्तरी अमेरिका , पश्चिमी अमेरिका भी हैं .गुलाब मे 95 % पानी होता है . गुलाब के फूल को कोमलता और सुन्दरता का प्रतीक माना जाता है . लेकिन ये सिर्फ खूबसूरत ही नही होता इसके अंदर मौजूद औषधीय गुण भी पाए जाते हैं .
गुलाब के फूल मे कई रोगों के उपचार की क्षमता है.जैसे;
1. दांत और मसूड़े – गुलाब की पंखुड़ियों को चबाने से दांत और मसूड़े सम्बन्धी रोगों मे फायदा पहुंचता है , दांत और मसूड़े मजबूत होते हैं .मुंह की बदबू दूर होती है . पायरिया रोग से भी निजात मिलती है .

2. हड्डियों के स्वास्थ्य – गुलाब मे विटामिन C भी काफी तादाद मे पाया जाता है , गुलाब की पंखुड़ियों के द्वारा गुलकंद बनाया जाता है , जो लोग गुलकंद का रोज सेवन करतें हैं उनकी हड्डियाँ मजबूत होती हैं ,
3. टी.बी. – रोजाना एक गुलाब खाने से टी.बी. के रोगी को जल्दी आराम मिलता है .
4. होठों की देखभाल – गुलाब की पत्तियों को पीस कर ग्लिसरीन मे डालें अबइस मिश्रण को होंठो पर लगाने से होंठ गुलाबी और चिकने हो जाते हैं .

5. निर्जलीकरण – गुलाब की पत्तियों से बने गुलकंद मे गुलाब का अर्क होता है जो शरीर मे ठंडक पहुँचाता है, यह शरीर को डीहाईडरेशन से भी बचाता है और तारो ताज़ा रखता है, पेट को ठंडा रखता है.
6. शारीरिक शक्ति – गुलकंद स्फूर्ति देने वाला शीतल टोनिक है . यह अलग अलग कम्पनियों द्वारा बना बनाया बाज़ार मे आसानी से डिब्बाबंद रूप मे उपलब्ध है . यह थकान आलस्य मांसपेशियों के दर्द और जलन आदि समस्याओं को दूर करता है.

7. दिल का स्वास्थ्य – अर्जनछाल और देशी गुलाब को पानी मे उबालें , यह पानी [ काढ़ा ] पीने से दिल से जुडी बीमारियाँ ख़त्म हो जाती हैं.

8. आँत में चोट लगना – आँतों मे घाव हो तो 100 ग्राम मुलेठी, 50 ग्राम सौंफ, 50 ग्राम सूखी गुलाब की पत्तियों को मिलाकर पीस लें , रोजाना इस चूरन को 10 – 10 ग्राम मात्रा मे ले , यह तीनों ठंडी तासीर वाली है अत; यह शरीर को ठंडक देंगी.
9. खट्टी डकार – गुलकंद मे विटामिन C , B और E अच्छी मात्रा मे पाए जाते हैं . भोजन के बाद गुलकंद खाने से पाचन व वायु विकार सम्बन्धी परेशानियाँ दूर होती है .
10. रोग प्रतिरोधक शक्ति – गुलकंद मे अच्छी मात्रा मे एंटीओक्सिडेंट होते हैं जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं .

11. त्वचा की देखभाल – त्वचा के लिए भी गुलाब बहुत फायदेमंद है इसमे एंटीबैकटिरियल गुण पाए जाते हैं जो त्वचा की समस्याओं को ख़त्म करने मे सहायक हैं . छोटी – छोटी फुंसियाँ हो रही हैं तो गुलकंद का सेवन करें फुंसियाँ ख़त्म हो जायेंगी .

12. पेट के कीड़े – बच्चों के पेट मे कीड़े होने पर वाइविडिंग का चूरन गुलकंद मे मिलकर सुबह शाम एक एक चम्मच 15 दिन तक लगातार देने से पेट के कीड़े ख़त्म हो जायेंगे .
13. आँखों का स्वास्थ्य – आँखों की समस्या हो तो गुलाब जल से आँखें धोएं .


