क्या कहते है हमारे आंसू ?
Posted On December 3, 2024
0
721 Views
0 रोना तो सबको ही आता है .कभी ख़ुशी के पलों मे तो कभी दुःख के पलों मे. यह एक भावात्मक तथ्य है . कभी कभी किसी इमोशनल फिल्म को देखते हुए या किसी की बहुत याद आती है तब भी रोना आ जाता है, या फिर कभी कोई ऐसा पल जिसे भुला पाना असम्भव हो तो उसे भी याद करके रोना आ जाता है .
किसी व्यक्ति का रोना उसके दिमाग की भावात्मक उथल – पुथल के लिए एक अजीब शारीरिक प्रतिक्रिया की तरह हो सकता है . क्यों हमे दुःख का एहसास होने पर आँखों से पानी निकलना शुरू हो जाता है.
आंसू वास्तव मे तीन प्रकार के होते हैं :
बेसल आंसू : ये आंसू हमेशा आपकी आँखों की चिकनाई बनाए रखने के लिए और उन्हें सूखने से बचाने के लिए आँखों मे रहते हैं . आँख शरीर का बहुत ही नाज़ुक हिस्सा होते हैं इनमे एक उचित नमी की जरुरत हमेशा रहती है .
रिप्फ्लेक्स आंसू : उत्तेजित चीजें जैसे प्याज , धूल , मिट्टी या आँखों मे साबुन या मिर्च का लग जाना . इन वज़हों से आँखों मे जो आंसू आते हैं उन्हें रिप्फ्लेक्स आंसू की श्रेणी मे रखा जाता है . जब उत्तेजित करने वाली चीजें आँखों के सीधे संपर्क मे आती हैं तो रिप्फ्लेक्स आंसू उनका जवाब होतें हैं .
इमोशन , उत्तेजित चीजें, ख़ुशी या दुःख ये सब चीजें मष्तिष्क मे एक चैन रिएक्शन शुरू करके हारमोंस रिलीज करते हैं जो पलकों मे स्थित ग्रंथियों मे से आंसू को बाहर निकालते हैं .
उदासी के आंसू : हैरत की बात तो यह है कि ये टपकते आंसू वाला चेहरा मनुष्य के लिए विशेष होता है . कई मामलों मे यह भावात्मक आंसू दूसरों के लिए हमारी वास्तविक उदासी या संकट के एक संकेत के रूप मे कार्य करने मे सक्षम है . इस तरह के आंसुओं को जानबूझ कर जबरजस्ती निकालना किसी के लिए बहुत मुश्किल होता है . आंसू हमारी नज़र को धुंधला कर देते हैं और सामने वाले व्यक्ति को यह संकेत भेजते है कि उस व्यक्ति को तुष्टिकरण या लगाव की जरुरत है . एक विकासवादी दृष्टिकोण से देखें तो यह आपके प्रियजनों के साथ आपके संपर्क को बढ़ाते हैं .
एक प्रयोग के दौरान रोते हुए लोगों की तस्वीरे भी ली गई और उस तस्वीर मे दिखाई दे रहे आंसुओ को डिजिटली मिटा दिया गया . दोनों तस्वीरों को एक साथ लोगों को दिखाया गया . लोगों ने बिना संकोच के आंसू के साथ दिखाई गई तस्वीर को ज्यादा दुखी बताया . बिना आंसू की तस्वीर को परेशान , भ्रमित ,खौफ युक्त तथा अन्य भावों वाला बताया .
ख़ुशी के आंसू को सामाजिक संकेतों के रूप मे इस्तेमाल किया जा सकता है . यह आंसू लोगों के बीच के रिश्तों को मजबूत बनाते हैं .