कितना सही है आज भी पाँच पतियों का होना…
Posted On November 24, 2024
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0 जी हां ये रिवाज आज भी प्रचलित है वो भी भारत मे ही . यहाँ पर एक परिवार के जितने भी भाई होते हैं उनकी पत्नी एक ही होती है अर्थात एक स्त्री ही उन सबकी पत्नी बन कर रहती है और इसमे किसी भी सदस्य को कोई समस्या नही होती . देहरादून के एक गाँव मे रहने वाले कुछ परिवार ही इस रिवाज को मानते हैं .
यहाँ ऐसे ही परिवार मे रहने वाली राजो वर्मा जो हर रात अलग –अलग भाई के साथ रहती है . राजो वर्मा को जब भी बेटा हुआ तो उसे यह पता नही चला कि उसके बेटे का पिता कौन है . कई लोगों के लिए भले ही यह प्रथा अजीब हो लेकिन स्थानीय लोग इसे सामान्य मानते हैं . उनके मुताबिक यह एक प्रथा है जिसके तहत महिला को पहले पति के अन्य भाइयों से शादी करनी होती है .
राजो वर्मा ने एक ब्रिटिश पत्रकार से कहा कि शुरू मे तो कुछ अजीब लगा था पर अब सामान्य लगता है. राजो की पहली शादी हिन्दू परम्परा के अनुसार पहले पति गुड्डू के साथ 7 साल पहले हुई थी , सबसे आखिर मे दिनेश के साथ हुई, जब दिनेश की उम्र 18 साल की हो गई . राजो के पहले पति गुड्डू ने एक बार मीडिया से कहा था कि ‘’ हम सभी उसके साथ सेक्स करते हैं लेकिन मै दूसरों से जलता नही हूँ हम सब एक बड़ी फेमिली हैं .’’ पहले के दिनों मे एक महिला से कई पुरुषों [ जो आपस मे भाई हो ] की शादी की परम्परा को अधिक लोग फ़ॉलो करते थे , लेकिन अब ऐसा बहुत कम ही परिवार मे देखने को मिलता है . कहा यह भी जाता है कि, महाभारत मे द्रोपदी के 5 भाइयों से शादी करने की वज़ह से ही इस परम्परा की शुरुआत हुई .