कहीं आप तो नहीं है अगले साइबर क्राईम के शिकार ?
Posted On November 22, 2024
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2 कंप्यूटर ,इन्टरनेट और टेक्नोलोजी की दुनिया बड़ी ही रंगीन है. इस दुनिया मे आप एक बार प्रवेश कर लें तो आपका यहाँ से निकलने का दिल ही नही करेगा . लेकिन ये दुनिया जितनी रंगीन है उतनी ही खतरनाक भी है .यहाँ अपनी सुरक्षा के लिए फूंक – फूंक के कदम रखने पडतें हैं .
यहाँ चोरियां भी खूब होती हैं आपके पास अपडेटेड सोफ्टवेयर हो या हार्डवेयर .कोई फर्क नही पड़ता और यहाँ इस तरह की चोरियों को साइबर क्राइम कहा जाता है . यहाँ ये पोस्ट आपको सिर्फ सावधान करने के लिए डाली जा रही है .
साइबर क्राइम के बारे मे हममे से कई लोगों के अलग – अलग विचार हैं. लोगों का सोचना है कि आम लोग इसका शिकार नही हो सकते या फिर जो इंसान ज्यादा इन्टरनेट नही इस्तेमाल करते उनको खतरा नही होता . लेकिन ऐसा नही है बल्कि इस तरह की सोच आपको खतरे मे डाल सकती है. आप बन सकतें हैं साइबर क्रिमिनल का अगला शिकार .
आज ऐसी ही 5 बातों के बारे मे बताएँगे जो कि साइबर क्राइम मिथ है . इन पर ध्यान न देकर बड़ी गलती कर सकते हैं :
- प्रोटेक्शन के लिए सोफ्टवेयर आतें हैं लेकिन अकेला सोफ्टवेयर आपको साइबर क्राइम से बचा नही सकता है . लोगों का ये मान लेना कि सोफ्टवेयर डाऊनलोड कर लिया है अब हम सेफ हैं . ये ठीक नही है .
- कई लोगों का मानना है कि साइबर क्राइम का मतलब क्रेडिट कार्ड की धोखाधड़ी से है . उन्हें लगता है कि साइबर क्राइम मे ज्यादातर क्रेडिट कार्ड के मामले होते हैं . लेकिन ऐसा नही है , साइबर क्राइम मे साइबर स्टोकिंग , इमेल , बोम्बिंग , डाटा डिलीटिंग , सलामी अटैक , मोर्फिंग आदि शामिल हैं .
- ऐसी ही एक मिथ है कि साइबर क्राइम के जरिये लोग केवल पैसा बनाते हैं जैसे किसी के बैंक अकाउंट से पैसे ट्रांसफर कर लेना आदि , लेकिन साइबर क्राइम के जरिये पैसे से ज्यादा निजी जानकारियों का खतरा होता है .
- साइबर क्राइम किसी के साथ भी हो सकता है , छोटा या बड़ा बिजनेस कोई मायने नही रखता है .