कठिन संघर्ष के बाद हासिल किया मुकाम
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आज के सिनेमा का स्वरूप पूरी तरह बदल चुका है, सिनेमा की कहानी उसमे अभिनय करने वाले अभिनेता संगीत कहानी किरदार सभी वास्तविक नज़र आते है. सिनेमा की लाइन में पैसा और प्रसिद्दी दोनों है. आज का हर युवा इस लाइन में जाना चाहता है क्योंकि, इसकी चमक हर एक को सम्मोहित करती है. बहुत से लड़के –लडकियाँ फिल्म स्टार बनने के लिए घर से भाग जाते है, कई तो बेनामी की जिंदगी बसर करने लगते है, और कितने ही आत्महत्या तक कर लेते है, मुश्किल से लाखों में कोई एक सफल हो पता है, उसके पीछे कितना संघर्ष, कितनी मेहनत छुपी होती है, इसका एहसास बहुत कम लोगों को होता है. ऐसे ही कुछ उदहारण है जो आज सुनहरे परदे पर छाये हुए है .
इनमे सबसे पहला नाम अमिताभ बच्चन जी का है, जिन्होंने कलकत्ता में क्लर्क की नौकरी की, फिर आकाशवाणी में अपनी आवाज़ ऑडिशन दिया, और उन्हें उनकी भारी आवाज़ के कारण रिजेक्ट कर दिया गया .आज वो सदी के महानायक के रूप में जाने जाते है, और उनकी आवाज़ अपनी गहराई के कारण एक अलग पहचान बना चुकी है. कई फिल्मों में उन्होंने गाने भी गायें है.
इनके बाद दूसरा नाम नवाज्ज़ुदीन सिद्दीकी का है, जो अमरोहा में खेती करके अपने परिवार का पेट भरते थे. अपने परिवार को अच्छी ज़िन्दगी देने के कारण दिल्ली आकर चौकीदार की नौकरी की, साथ ही साथ थियेटर भी करते रहे, आज नवाज्ज़ुद्दीन सिद्दीकी फिल्म जगत में एक जाना माना नाम बन चुका है.
ऐसे ही एक अभिनेता बोमन ईरानी है, जो पढ़े लिखे होने के बावज़ूद मुंबई के ताज होटल में वेटर की जॉब करते थे, साथ ही साथ अपने काम से फ्री होने के बाद थियेटर भी करते थे. इनके द्वारा अभिनीत मुन्ना भाई एम् बी बी एस ने बहुत अवार्ड जीते और भारी सफलता हासिल की.
अर्शद वारसी जो मुंबई की बसों में लिपस्टिक और नेल पोलिश बेचा करते थे. टी सीरिज कंपनी के फाउंडर गुलशन कुमार जो दिल्ली के दरिया गंज में जूस बेचते थे. इन्होने ए 1 के नाम से कैसेट बेचने आरम्भ किये. बाद में टी सीरीज के नाम से कंपनी स्थापित की, अब ये कंपनी उनके परिजन देख रहे है. इरफ़ान खान जिन्होंने जुरासिक पार्क सीरीज की फिल्म में अभिनय किया, एक वक़्त ऐसा भी था, जब इनके पास जुरासिक पार्क फिल्म देखने के भी पैसे नही थे. इनकी फिल्म लंचबॉक्स को बहुत लोकप्रियता मिली. संजय मिश्रा जिन्होंने मशहूर टी वी सीरियल ऑफिस ऑफिस से सफलता हासिल की, आज फिल्मों में भी काम कर रहे है. एक समय था जब ये ऑमलेट बेचा करते थे. आज के समय में एक अभिनेता है जो किसी वक़्त में बेंकोक में समोसे तला करते थे और वेटर की नौकरी करते थे, आज उनका नाम बहुत आदर के साथ लिया जाता है, अब वो देशप्रेम से प्रेरित फिल्मों में काम करना पसंद करते है,उनका नाम अक्छय कुमार है.ऐसे ही एक और हास्य अभिनेता है जिनका नाम जोनी लीवर है, ये अपनी गुजर बसर के लिए बेस्ट बसों में पेन बेचा करते थे. इसी दौड़ में जोनी वोकर जी थे जिन्होंने मीलों पैदल चल कर सब्जियां बेचीं पर फिल्मों में अपनी एक खास जगह बनाई . सुनील दत्त जो देश के विभाजन के वक़्त भारत आये फुटपाथों पर सोये. बेस्ट बस में काम किया फिर रूपहले पर्दे पर काम किया, .भारत सरकार ने इन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया, इन्होने राजनिति में सकिर्य भूमिका निभाई और काँग्रेस के जुड़े रहे ..
पुराने अभिनेताओं में महमूद जी थे, लगभग हर दूसरी फिल्म में उन्होंने हास्य अभिनेता का रोल निभाया. मशहूर हास्य अभिनेता महमूद एक समय था जब वो ड्राईवर की नौकरी करते थे और अंडे बेचा करते थे. सदाबहार अभिनेता देवानन्द जी जो 85 रूपये महीने की तनख्वाह पर क्लर्क की नौकरी करते थे. इनकी फिल्म गाइड आज भी उम्दा कहानी, संगीत और अभिनय के लिए जानी जाती है. धर्मेंद पंजाब से किसान परिवार से आये. राज बब्बर ने काफी राते साईकिल स्टैंड पर सो कर गुजारी.
एक और अभिनेता है, जिनके जिक्र के बिना ये लेख अधूरा है, वो है रजनी कान्त इन्होने कुली, कारपेंटर, और बस कंडक्टर का काम किया, आज भारत के सबसे ज्यादा इज्जतदार और पापुलर अभिनेता के रूप में जाने जाते है.