एक बार फिर डेंगू का कहर…
बारिश के मौसमों मे मच्छरों का हमला और भी बढ़ जाता है . डेंगू और इनसे स
म्बंधित कई जानलेवा बीमारी इस मौसम मे अपना भयानक रूप दिखाने लगती हैं . लोगों का सोचना है कि वाइट ब्लड सेल की घटती संख्या के कारण रोगी की जान चली जाती है , परन्तु पता चला है कि यदि वाइट ब्लड सेल की संख्या 10000 से ऊपर है तो डरने की जरुरत नही है .
ऐसे मे आयुर्वेदिक डॉ. पपीते के पत्तों का सेवन और गिलोय का सेवन करनेकी सलाह देतें हैं , ताकि शरीर मे वाइट ब्लड सेल की संख्या उचित मात्रा मे बनी रहे .
अगर बुखार 100 डिग्री से नीचे नही हो रहा हो तो मरीज को तुरंत पास के अस्पताल मे ले जाना चाहिए. डॉ.की सलाह पर अमल करना चाहिए . जहाँ तक हो सके इनसे बचाव करना चाहिए .
कुछ घरेलू उपाय भी अपना सकते है जैसे …………….
- नारियल के तेल मे लौंग मिलकर रखे , फिर इस तेल को अपनी त्वचा पर लगा कर बाहर निकलें .
- तुलसी के पत्तों का रस शरीर पर लगाएं .
- संतरे के सूखे छिलकों को कोयले के साथ सुलगाने पर मच्छर भाग जाते हैं .
- नीबू को काटकर उसमे लौंग लगा कर बिस्तर के पास रखें , मच्छर करीब नही आयेंगे .
- आल आउट की खली मशीन मे नीम का तेल और कपूर डाल कर मशीन का इस्तेमाल करें .
- जहाँ तक हो सके शरीर को ढक कर रखें .
- अपने आस पास पानी को इकठ्ठा नही होने दें , सफाई का विशेष धयान रखें .
याद रखे की डेंगू फैलाने वाले मच्छर एक या डेढ़ फुट से ऊपर नही उड़ पातें , इसलिए झुरमुटों व झाड़ियों से बच्चों को दूर रखें . यदि किसी तरह के लक्षण दिखाई दे तो घबराएं नही बल्कि इलाज़ के लिए पास के अस्पताल मे तुरंत लेकर जाएँ .