एक ख्वाब ऐसा भी
शादी के 7 साल बाद आज की सुबह कुछ ख़ास ही लगती हैं. मेरा बेटा युगल जो केवल 5 साल का है वो मेरे पास आकर मेरे माथे को चुमते हुए कहता है- माँ उठ जाओ स्कूल जाना हैं मुझे. उसकी वो प्यारी सी आवाज़ में यह शब्द मुझे हैरान कर गए और उठकर वक़्त देखा तो घड़ी में 7:30 बज रहे थे, 8 बजे स्कूल बस आएगी. मैं फटा-फट बिस्तर से खड़ी हुई और किचन की ओर भागी. ब्रेड पर जैम लगा के ब्रेकफास्ट तैयार और लंच पैक कर युगल को तैयार किया. बस की हॉर्न की आवज़ सुन जल्दी से युगल को बस में बिठाया. घर में लौट कर आई तो तुरंत किचन में जाकर अपने “उनके” लिए ब्रेकफास्ट बनाया. 9 बजे के अलार्म से उनकी आँख खुली और आवाज़ आई अंजली चाय!
मैं कहा साइड टेबल पर रखी हुई है. मन ही मन अपने आपसे कहा कि इतने सालो से साथ है आपकी पल-पल की ख़बर रहती हैं. वो तैयार होकर ऑफिस के लिए निकल गए और में घर के कम में जुट गई. अचानक से दरवाज़े की घंटी बजी दोपहर के 1 बजा हुआ था. मैंने दरवाज़ा खोला तो सामने कूरियर वाला था, उसने पूछा गौरव जी का घर यही है मैंने कहा हाँ जी और कूरियर लेते हुए दरवाज़ा बंद कर दिया.
मैंने टेबल पर वो लिफाफा रख दिया, और किचन में काम करने चली गई. पर न जाने अलग सी बेचैनी हो रही थी, पहली बार न जाने क्यों मेरी नज़रे बार-बार टेबल पर रखे लिफाफे पर जा रही थी. अपना ध्यान हटा के काम करती पर फिर पलट-पलट लिफाफे को देखती. मन में चल रही इस दुविधा को दूर करने के लिए मैंने सारे काम छोड़, झट से लिफाफा खोला और दंग रहेगी.
मेरी 7 साल की शादीशुदा ज़िन्दगी एक पल में ही मानों ख़त्म होगी. बताउंगी तो शायद आपका भी दिल बैठ-सा जाए उस में लिफाफे में एक तस्वीर थी जिसमें गौरव किसी ओर की बाहों में था यह देख मेरे आँखों से आंसू गिर पड़े. कभी न सोचा था कि मेरा घर यू उजड़ जाएगा, मेरा पति मुझसे यू बेवफाई कर मुझे धोखा देगा. आंख बंद करके हर बात पर भरोसा करती आई मैं आज यू टूट के बिखरी हूं कि अपने आपको किस तरह समेटू समझ नहीं आ रहा था.
अचानक से मेरे कानों में आवाज़ सुने दी- अंजली अंजली उठो 8 बज गए हैं. मैं झट से आंखे खुली तो वो महज़ एक ख्वाब था. मेरे पति मेरे सामने चाय लिए खड़े थे और मेरा बेटा युगल अपने नन्हे हाथों में एक कार्ड लेकर खड़ा था उस पर एक छोटे से दिल के साथ मुस्कुरता हुआ चेहरा था, और लिखा था हैप्पी बर्थडे माँ, वी लव यू!
मैंने साँस में साँस ली और भगवन का शुक्रिया अदा करते हुए कहा- लाख-लाख शुक्र है भगवान आपका बस यह एक बुरा सपना ही था, कभी गलती से भी यह सपना सच न हो. अपने पति और बेटे को गले से लगते हुए थैंक यू बोला और रोज़ की तरह अपने दिन की शुरुआत करी.