एक आसमान ऐसा जहा उड़ना नही चाहते हवाईजहाज़…
Posted On August 25, 2016
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भारत और पकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के चलते पैदा हुए हालात के बीच असुरक्षा की वज़ह से भारतीय एरलाईन्स कंपनियों ने मुख्य तौर पर अहमदाबाद के ऊपर से उड़ानों की इजाज़त मांगी है , भारत एयर लाइंस कम्पनियाँ खाड़ी देशों के लिए पश्चिमी भारत से होते हुए अरब सागर के ऊपर से उड़ान भरने की अनुमति चाह रहीं हैं . अगर कंपनियों को इजाज़त मिल जाती है तो एयर लाइन कंपनियों को पाकिस्तानी आसमान का इस्तेमाल नही करना पड़ेगा , असुरक्षा के साथ साथ इस मांग के पीछे आर्थिक कारण भी है .
एयर इंडिया , जेट एयरवेज , इंडिगो , स्पाइस जेट पाकिस्तान के ऊपर से खाड़ी देशों के लिए उड़ान भरती हैं , टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने इस आशय की खबर प्रकाशित की है . एक एयर लाइंस अधिकारी ने कहा कि ‘’ बीते कुछ दिनों मे भारत ने पाकिस्तान के कुछ नॉन शेड्यूल एयर क्राफ्ट को लौटने को कहा था ‘ ऐसे मे पाकिस्तान भी ऐसे कदम उठा सकता है . भारतीय एयर लाइंस के इस मांग के पीछे इस डर के साथ ही कीमतों का भी चक्कर है . अगर सीधी उड़ान की इजाज़त इन कंपनियों को मिल जाती है तो, बजट एयर लाइंस स्पाइस जेट ने कहा कि वो फैल्क्सी यूज ऑफ़ स्पेस के तहत एक लाख रूपये प्रति उड़ान पर बचा लेगी . फैल्क्सी यूज ऑफ़ स्पेस के तहत कमर्शियल एयर क्राफ्ट को नेवी और एयर फ़ोर्स के लिए आरक्षित रूट पर उड़ान भरने की अनुमति दी जाती है . कंपनी के डिफेन्स और सिविल एविएशन को भेजे अपने प्रेजेंटेशन मे कहा है कि, ऐसा होने पर एयर लाइन कम्पनियों का ईधन और रूट , नेविगेशन , फ्लाईट चार्ज [ RNFC ] बचेगा , साथ ही हमारी कंपनिया ज्यादा RNFC पैदा कर सकती हैं , इसमे कार्बन का उत्सर्जन भी कम होगा जो कि वैश्विक पर्यावरण संरक्षण का हिस्सा है . एक बजट एयर लाइंस कंपनी अहमदाबाद से दुबई की सीध फ्लाईट मे एक लाख रूपये बचा सकती है .
हालकि रक्षा अधिकारियों ने अभी तक सीधी उड़ानों को लेकर अनुमति नही दी है , क्योंकि इसमे कुछ संवेदन शील क्षेत्र भी शामिल हैं .एविएशन मिनिस्ट्री के अनुसार एयर लाइन कंपनियों की और से फैल्क्सी यूज ऑफ़ एयर स्पेस के तहत सीधी उड़ानों के लिए बहुत रिक्वेस्ट आ रही है , हालाकि अभी इस पर बहुत काम किया जाना बाकी है .