आखिर क्यों होता है सनडे छुट्टी का दिन ?
Posted On January 18, 2025
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1 छुट्टी की बात सुनते ही चेहरे पर मुस्कान आ जाती है , लेकिन क्या आपको मालूम है कि छुट्टी सिर्फ रविवार को ही क्यों होती है ? किसी और दिन क्यों नही ? वैसे हर देश मे छुट्टी के अलग अलग नियम हैं . जरुरी नही कि पूरी दुनिया मे छुट्टी रविवार को ही हो मगर ज्यादातर देशों मे छुट्टी रविवार को ही होती है . अधिकांश मुस्लिम देशों मे छुट्टी शुक्रवार को होती है क्योंकि शुक्रवार यानी जुम्मे को मुस्लिम लोगों मे नमाज़ का बहुत महत्व है .
रविवार की छुट्टी के पीछे एक संघर्ष की कहानी है . ऐसा भी कहा जा सकता है कि जैसे हमने आज़ादी के लिए संघर्ष किया था वैसा ही संघर्ष छुट्टी लेने के लिए भी किया था . भारत मे रविवार की छुट्टी के लिए 10 जून 1890 को आदेश दिया गया था . इस समय भारत पर ब्रिटिश सरकार राज कर रही थी और भारत मे मजदूरों को सातों दिन काम करना पड़ता था , उन्हें एक भी छुट्टी नही मिलती थी . उस समय मजदूरों के नेता श्री नारायण मेघा जी लोखंडे थे .
उन्होंने अंग्रेजो के सामने सप्ताह मे एक दिन छुट्टी का प्रस्ताव भी रखा और तर्क दिया कि हम रोज अपने और अपने परिवार के लिए काम करतें हैं , इसलिए एक दिन हमे समाज के विकास के कार्य और देश की सेवा करने के लिए दिया जाए. भारत मे अंग्रेज अधिकारी प्रार्थना के लिए हर रविवार चर्च जाते थे, जबकि मजदूरों के लिए ऐसा कोई दिन निश्चित नही था . उन्होंने बताया कि रविवार को हिन्दू देवता खंडोबा का दिन होता है इसलिए इस दिन को छुट्टी मिलनी चाहिए. लेकिन अंग्रेज अधिकारिओं ने इसे मानने से इनकार कर दिया . मगर सात वर्षों के संघर्ष के बाद उन्हें रविवार को छुट्टी देनी ही पड़ी .