आखिर किसने रखा श्मशान से राजनीति में कदम ?
Posted On November 21, 2024
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0 हिन्दू राष्ट्रवादी विचारधारा के पैरोकार मोदी जनभावनाओं को उभारने में अपनी पार्टी के किसी भी नेता से आगे माने जाते हैं . गुजरात के मुख्यमंत्री बनने से पहले मोदी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक रहे , और जिस समय देश के सर्वाधिक विकसित राज्य की कमान उन्हें सौपी गई , उस समय तक उन्हें कोई भी प्रसाशानिक अनुभव नही था .
ये बात 1 अक्टूबर 2001 की है . दिल्ली के लोधी रोड श्मशान घाट एक टी.वी. चैनल के कैमरा मैन गोपाल बिष्ट का अंतिम संस्कार हो रहा था . इसमें कुछ पत्रकारों के अलावा इक्का दुक्का नेता भी शामिल थे . अचानक एक नेता के मोबाइल की घंटी बजी वो फोन तत्कालीन प्रधान मंत्री निवास से था . फोन करने वाले व्यक्ति ने पूछा ‘’कहा है ?’’ फोन उठाने वाले का जवाब था ‘’ श्मशान में हूँ ‘’उधर से कहा गया आकर मिलिए . श्मशान में फोन उठाने वाले व्यक्ति का नाम था नरेंद्र मोदी .
गोपाल बिष्ट की मौत उस हवाई दुर्घटना में हुई थी , जिसमे कांग्रेस के कद्दावर नेता माधव राव सिंधिया दिल्ली से कानपुर जा रहे थे . उस हादसे में सिंधिया सहित विमान में सवार सभी आठ लोगों की मौत हो गई थी . अगले दिन दिल्ली के तमाम बड़े नेता ग्वालियर में सिंधिया के अंतिम संस्कार में शामिल होना चाहते थे , तब नरेंद्र मोदी एक कैमरा मैन की अन्त्योष्टि में शामिल हो रहे थे .
जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री आवास में जाकर अटल बिहारी बाजपेयी से मिले तो, बाजपेयी ने उन्हें गुजरात सँभालने की जिम्मेदारी सौंपी . यह एक तरह से राजनितिक गलियारे में वनवास झेल रहे नरेंद्र मोदी को नया जीवन देने जैसा था . हालाकि उस वक़्त किसी को भी ये अंदाजा नही था कि, आने वाले दिनों में मोदी भारतीय राजनीति में शिखर तक पहुचेंगे .
श्मशान में आये इस फोन का दिलचस्प विवरण पत्रकार विजय त्रिवेदी ने अटल बिहारी बाजपेयी पर अपनी किताब ‘’ हार नही मानूंगा ‘’ में किया है . दरअसल ये अटल बिहारी बाजपेयी ही थे जिन्होंने नरेंद्र मोदी को हाशिये से निकालते हुए एक राज्य की बागडोर थमाई थी . गुजरात में उनके चलते पार्टी में बगावत की स्थिति बन गई . इस प्रकार की स्थिति किसी भी राज नेता को विचलित करने के लिए काफी थी और इन सब हालातों के बीच नरेंद्र मोदी अमेरीका चले गए . पत्रकारों की माने तो पार्टी के कुछ बड़े नेताओं ने मोदी को कुछ दिनों के लिए पार्टी गतिविधियों से दूर रहने की सलाह दी थी .