अन्धविश्वास, एक नये व्यापार का साधन…..
Posted On November 21, 2024
0
260 Views
2 बाबाओं का 100 प्रतिशत लाभ वाला धंधा हमेशा से चलता रहा है , भारत चाहे कितना भी तरक्की कर ले चाहे कितना भी लोग शिक्षित हो जाए लेकिन ये एक ऐसा व्यवसाय है जिसमे कभी हानि की संभावना ही नही है . अगर किसी कारण पकड़े गये तो अलग नही तो अंगुलियाँ घी मे और सर कडाही मे वाली कहावत इन लोगों पर बिलकुल ठीक बैठती है .
बड़े बड़े शहरों मे पूँजी पतियों के सहारे ये अपना साम्राज्य स्थापित कर लेते है ,किसी कारण यदि ये पकड़े जाते है तो मीडिया इनके पैदा होने से लेकर वर्तमान तक का सफ़र हर चैनल पर हाई लाईट कर के दिखाते हैं तब लोगों को पता चलता है कि ये किस तरह से बाबा या कथित माता बन बैठें हैं . जैसे पिछले दिनों राधे माँ का नाम खूब मीडिया में उछला . राधे माँ के विरोधी समर्थको के मध्य हाथा पाई की भी ख़बरें आई .
छोटे शहरों मे भी ऐसे ढोंगी बाबाओं ने अपनी जड़े जमानी शुरू कर दी है. जैसे कि यू.पी. के लखनऊ के पास बाराबंकी के एक पाखंडी बाबा जो पुलिस का छापा पड़ते ही गायब हो गये लेकिन पुलिस ने उन्हें धर दबोचा , अब वो बाबा भी जेल की शोभा बड़ा रहे है . ऐसे ही बाबा भीमानंद जो नागिन डांस करते थे इन्होने गहरी गुफा के रूप मे अपनी ऐशगाह बना रखी थी .
बाबा आसाराम बहुत ही चर्चित बाबा जोकि इस समय एक नाबालिग लड़की से बलात्कार के जुर्म में जेल की हवा खा रहे है . इन्होने कई बार अपने जमानत की अर्जी दी पर हर बार इनकी अर्जी ख़ारिज कर दी गई . आसाराम इस समय जोधपुर सेन्ट्रल जेल मे हैं . सूत्रों के मुताबिक इस समय जेल में भी आसाराम ऐशोआराम से अपना जीवन व्यतीत कर रहें हैं .
मीडिया रिपोर्टो के अनुसार अभी हाल ही मे जोधपुर जेल से रिहा एक मंत्री ने खुलासा किया कि जेल में आसाराम मुलायम आरामदायक गद्दे पर सोते है ,उनके कपडे धुलने के लिए लौंड्री में जाते है , आसाराम को बैरक से बाहर टहलने की भी आज़ादी है , बस हिंसक कैदियों के बैरक के पास जाने की इजाज़त नही है , आसाराम प्रतिदिन 40 मिनट मालिश करवाते हैं ,ये काम उनके पाँच सेवादारों मे से कोई एक करता है , आसाराम नहाने के बाद काजू , किशमिश , बादाम ,दूध ,और फ्रेश जूस का नाश्ता करते है . आसाराम अपनी सुरक्षा को लेकर कुछ ज्यादा ही सजग है .